हमारे भारत देश में ऐसे-ऐसे प्रतिभवान लोग है जिनको अगर सही मार्गदर्शन व अवसर मिल जाए तो वह अपने हुनर से पूरी दुनिया में डंका बजवा सकते है।ऐसे योग्य और प्रतिभवान व्यक्ति को अगर उसके आवश्यकतानुसार जरुरी संसाधन उपलब्ध कराया जाए तो हमारे देश के युवा दुनिया के किसी भी क्षेत्र में बहुत बड़ा मुकाम हासिल करने का हुनर रखते है।
इस पोस्ट में हम महाराष्ट्र के रहने वाले अभिजीत के एलईडी बल्ब के अविष्कार के बारे में चर्चा करेगें।
एडिसन ने किया था बिजली बल्ब का अविष्कार
दुनिया को अंधकार से एक नई रोशनी देने वाले महान थॉमस अल्वा एडीसन जिनके बिजली बल्ब के अविष्कार ने पुरे संसार को प्रकाशमान किया।ऐसे वैज्ञानिक को दुनिया युगो-युगो तक याद रखेगी। उनके इस अविष्कार के बाद भी निरन्तर शोध व खोज होते आ रहें है। अब ऐसे-ऐसे बल्ब मार्केट में आ गये हैं जो सधारण बल्ब की तुलना में ज्याद टिकाऊ और रोशनी भी बहुत देता है। ऐसे ही एक बल्ब के बारे में हम बात करेंगे जो मौजुदा सीएफएल बल्ब से पांच गुना रोशनी प्रदान करता है और अगर हम इसके चलने की बात करें तो इसको जानकर विश्वास नही होगा कि यह इतना टिकाऊ है या इतना चलता है।
अभिजीत को मिला आस्ट्रेलिया से पेटेंट
महाराष्ट्र में नांदेड़ जिले के रहने वाले अभिजीत (Abhijeet Maharashtra) ने एक ऐसी उपलब्धी अपने नाम किये है जिसको देखकर कई देशो के वैज्ञानिकने उनकी इस प्रतिभा के लिए बधाई दिये है। उनके इस उपलब्धी के लिए आस्ट्रेलिया ने उन्हे अनुदान और पेटेंट दिया है
इसका मतलब की आस्ट्रेलिया ने अभिजीत को उनके इस नवीन अविष्कार के लिए किसी निश्चीत अवधि के लिए अपने देश में इसपर और आगे काम करने का विशेष अधिकार दिया है ।
व्हाईट एलईडी बल्ब ग्यारह वर्षो तक चलेगा
साप्ती गांव के रहने वाले अभिजीत ने एक ऐसे व्हाइट एलईडी बल्ब (White Led Bulb) का अविष्कार किया है जो 4,166 दिन तक चलेगा यानि लगभग 11 वर्षो तक आप इसे युज कर सकते है। यह आम बल्बो के मुकाबले 5 गुना रोशनी प्रदान करता है।यानि की बिजली कम खर्चा होगा तथा रोशनी बहुत ज्यादा प्रदान करेगा।एक लाख घंण्टे तक चलने वाला यह व्हाइट एलईडी बल्ब को अभिजीत ने इसे खास मैटेरियल से बनाया है जो कि बजार में मिलने वाले अन्य एलईडी बल्ब के मुकाबले बहुत ही सस्ता और टिकाऊ है।
अभिजीत ने इससे पहले व्लू एलईडी बल्ब बनाया
अभिजीत का यह अविष्कार कोई पहला नही हैं इससे पहले उन्होने ब्लू एलइडी बल्ब (Blue LED Bulb) भी बनाया था जिसके लिए उन्हे आठ साल का पेटेंट भी मिल चुका है। इसी ब्लू एलईडी व वैज्ञानिक क्षेत्र मे योगदान के लिए जापान के तीन वैज्ञानिक को नोबेल पुरस्कार से नवाजा गया है।अभिजीत ने बताया है कि यह खास मैटेरियल से बनाया गया है जिसका विकास उन्होने खुद किया है अब उनको व्लू एलईडी और व्हाईट एलईडी के लिए आस्ट्रेलिया ने इन्हे सात साल का पेटेंट दिया है।