दूरियां जब बढी तो
गलतफहमियां भी बढ गई !
फिर उसने वो भी सुना
जो मैंने कहा ही नही !!
सही वक्त पर करवा देंगेहदों का एहसास
कुछ तलाब खुद को
समंदर समझ बैठे हैं ।
हिचकियां
आती है तो पानी पी लेता हूँ...
अब वो वहम छोड़ दिया है कि,
कोई याद करता हैं !!
हमे कहाँ मालूम था कि
इश्क क्या होता है !
बस एक तुम मिले और
जिंदगी हमारी मोहब्बत बन गई !!
सच्चा रिश्ता
एक अच्छी पुस्तक जैसा होता है !
कितनी भी पुरानी हो जाए,
लेकिन शब्द नही बदलते !!
एक और शाम हो गई
एक और दिन ढल गया !
इस जिंदगी की किताब से,
एक और पन्ना निकल गया ।
जिंदगी में अगर बुरा वक्त
नही आता तो अपने में छुपे
हुए गैर और गैरो में छुपे हुए
अपने नजर नही आते
कोई रिस्ता जब आंसू साफ करने
के बजाए आंसू देने लगे तो
समझ जाओ उस रिस्ते ने
अपनी उम्र पुरी कर ली है ।
कभी-कभी
रिश्तों की कीमत
वो लोग समझा देते हैं
जिनसे हमारा कोई
रिश्ता तक नही होता
मत करो यकीन यहाँ
पल भर की मुलाकात परजरुरत न हो तो लोग
सालों के रिश्तें भूल जाते हैं ।
कुछ ऐसे हो गए हैं
इस दौर के रिश्ते
अवाज अगर तुम ना
दो तो बोलते वह भी नही...!
उन्हें ये जिद थी कि हम बुलाये
हमें ये उम्मीद थी कि वो पुकारे
हैं नाम होंठो पे अब भी लेकिन
आवाज में पड़ गयी दरारे
वक्त ने थोड़ा साथ
नही दिया तो लोगो ने
काबिलियत पर शक
करना शुरु कर दिया ।
कुछ ऐसे हो गए हैं
इस दौर के रिश्ते
अवाज अगर तुम ना दो
तो बोलते वह भी नही ।
सारी उम्र आंखो में एक सपना याद रहा
सदिया बीत गई पर वो लम्हा याद रहा,
ना जाने क्या बात थी उनमें और हम में
सारी महफिल भूल गए बस वो चेहरा याद रहा !!
गुजर जाते हैं वह खूबसूरत लम्हे
यूं ही मुसाफिरों की तरह
वही खड़ी रह जाती है
रूके रास्तों की तरह !
हिचकीया आती है तो
पानी पी लेता हूं
अबे वह हम छोड़ दिया हूं कि
कोई याद करता है ।