Fake Apps : ऐप रियल है या नहीं कैसे पहचानें - जानें 5 तरीका

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Fake Apps : ऐप रियल है या नहीं कैसे पहचानें - जानें 5 तरीका


Fake Apps : अगर आप भी असली और नकली ऐप की पहचान किए बिना भी ऐप को डाउनलोड करते है तो सावधान हो जाए क्योंकि आपके साथ भी फ्रॉड हो सकता है क्या पता अपने जो एप अपने मोबाइल में रखा है वह नकली है जिसे आपको पहचानना जरूरी है । आजकल बहुत से नए-नए और लुभावने ऐप्स आ रहे है जो हम सभी को डाउनलोड करने पर मजबुर कर देते हैं । हम मोबाइल में गेमिंग ऐप से लेकर अर्निंग ऐप आदि के बारे में हर समय देखते रहते है और उन एप के बारे में रियल जानकर उसे डाउनलोड कर लेते है ।
लेकिन आपको पता है कि क्या वह एप सही है जो आपने डाउनलोड किया है  । नहीं पता है न कि असली और नकली ऐप कौन है तो आज मैं आपको Fake Apps और रियल को पहचानने का तरीका बताऊंगा जिससे आप अपने फोन में इंस्टॉल करने से पहले आप उसके बारे में जान लोगे यानी अपने  App Identify कर लोगे तभी आप अपने फोन में इंस्टॉल करोगे ।

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Fake Apps और Real की पहचान कैसे करें ।

आज के समय में गूगल प्ले स्टोर पर अनगिनत ऐप्स मौजूद है है अपने जरूरत के हिसाब से उन ऐप्स को अपने फोन में डाउनलोड कर लेते है लेकिन क्या यह Real Apps है या नहीं पता लगाना थोड़ा मुश्किल है । वैसे गूगल प्ले स्टोर पर सभी ऐप्स असली होते है लेकिन वहां पर भी कुछ Spammy App आ गए है जो हमारे फोन के प्राइवेसी के लिए सेफ नहीं है ।

ये एप आपके फोन के बैकग्राउंड में चलते रहते है जो फोन को कई तरह से हानि पहुंचाते है जैसे डेटा चोरी करना , लोकेशन , फोन में स्टोरेज पर्सनल डेटा को भी नुकसान पहुंचा सकते है इसलिए , ऐसे एप को डाउनलोड करने से पहले इनके बारे में रिसर्च कर ले तभी अपने फोन में इंस्टॉल करें । हालांकि कुछ तरीकों से इन Fake Apps की पहचान कर सकते है जो हम आपको नीचे बता रहे है । इन तरीकों से आप Find Out Fake App Or Real पता कर सकते हैं ।
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App Icon देखकर पहचान करें

जब आप गूगल प्ले स्टोर से कोई भी ऐप सर्च करते है तो आपको  रिजल्ट में उस रियल एप का आइकन आ जाता है जो सिंगल होता है । लेकिन अगर उसी तरह सेम आइकन और नेम वाले और भी ऐप गूगल प्ले स्टोर सर्च रिजल्ट में सो हो रहे हैं ।

तो समझ जाए कि इसमें से बहुत से Fake Apps है । इसे पहचानने के लिए आप एप वर्शन देखे जो उस एप का केवल  सिंगल होगा तथा इसके अलावा आप गूगल डेवलेपर साइट्स पर जाकर रियल और फेक ऐप्स की पहचान कर सकते है ।
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App Developer Option से भी कर सकते हैं पता 

किसी भी ऐप को डाउनलोड करने से पहले अपना ध्यान एक बार ऐप डेवलपर की ओर जरूर ले जाए ताकि आप app reality के बारे में अच्छी तरह जान जाओ । ऐप डेवलपर किसी भी ऐप को क्रिएट करता है उस ऐप की कोडिंग और टेस्टिंग करता है तथा उस एप को मेंटेन करने की जिम्मेदारी भी ऐप मेकर की होती है ।
रियल एप मेकर के पास अच्छा पोर्टफोलियो रहेगा तथा वह अपने क्लाइंट के साथ हर समय कम्युनिकेट करता रहेगा । फेक    ऐप्स में ऐसा बहुत कम होता है क्योंकि उसका कोई यूजर एक्सपीरियंस नहीं होता है तो इस तरह आप फेक ऐप की पहचान कर सकते है ।
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रिव्यू और डाउनलोडिंग के द्वारा

आप ऐप सही है या गलत की पहचान रिव्यू और रिलीज डेट से भी पता कर सकते है । आमतौर पर गूगल प्लेस्टो पर यह देखा जाता है कि जो असली एप और नकली ऐप होते है रिव्यू से भी पता लग सकता है । आप ऐप की पुती रिव्यू चेक करे और लोगो के बात चित को ध्यान से पढ़ें कि लोगों ने ऐप के बारे में क्या फीडबैक दिया है । इससे आप असली और नकली ऐप की पहचान कर सकते हैं ।

दूसरी तरफ बात आती है डाउनलोडिंग की तो आप ऐप डाउनलोडिंग से भी पता कर सकते है कि ये एप रियल है या फेक है । जो भी ऐप को आप download करना चाहते है उसमें ये देखे कि उस एप की downliading कितनी है । ज्यादातर रियल एप की downloading लाखो या करोड़ में होती है । और यही आपका फेक ऐप की डाउनलोडिंग बहुत कम होती है जैसे कुछ हजार का डाउनलोड हुआ रहता है ।

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वेबसाइट से रियल या Fake Apps  की पहचान करें

आप रियल या फेक ऐप की पहचान वेबसाइट से भी कर सकते है । अगर आप किसी ऐप को वेबसाइट से डाउनलोड करते हैं तो वह आपका सीधे गूगल प्ले स्टोर में चल जाएगा और वही वह डाउनलोडिंग होगा लेकिन फर्जी ऐप ऐसा नहीं है इसलिए आप किसी भी लिंक पर क्लिक करके एप को डाउनलोड न करे ।
दूसरी बात आपको यह ध्यान रखनी चाहिए कि जब भी आप कोई ऐप को डाउनलों करने के लिए वेबसाइट पर जाते हैं तो आपको वेबसाइट के यूआरएल पर जरूर ध्यान देना चाहिए ।
अगर वेबसाइट यूआरएल HTTPS के साथ ओपन होता है और आप उस वेबसाइट से ऐप डाउनलोड करते हैं तो वह रियल और सेफ रहेगा लेकिन , केवल HTTP वाले यूआरएल सेफ नहीं रहते है और जो इस वेबसाइट पर ऐप रहते है उसकी कोई गारंटी नहीं है कि वह रियल ही है  फेक भी हो सकते है ।

फोन की बैट्री से पता करें 

आजकल बहुत से एप प्ले स्टोर या बाहर वेबसाइट आदि पर आ गए हैं जिसे हम उसे डाउनलोड तो करते है लेकिन एप के संकेतो को नहीं समझते हैं । क्या आपने कोई नया ऐप डाउनलोड किया तबसे आपकी फोन की बैट्री बहुत जल्दी कम हो जाती है  जिसका कारण आप का एप भी हो सकता है  ।
अगर आप की फोन की बैट्री अचानक कम होने लगे यानि जब आपने कोई ऐसे एप को फोन में इंस्टॉल किया हो तो वह फेक ऐप्स भी हो सकता है ।

अंत में -
आज के समय में बहुत से स्मार्टफोन यूजर हो गए है और हर दिन लाखो एप डाउनलोड होते हैं लेकिन , बहुत ही कम ऐसे है जो ऐप डाउनलोड करते समय ये ध्यान देते होंगे कि एप असली है या फिर नकली । इसलिए कभी कभी लोगों के साथ फ्रॉड भी हो जाता है । इसलिए जब भी आप ऐप डाउनलोडिंग करे तो उसकी असली और नकली की पहचान जरूर करें। आज के पोस्ट में आप ने Fake Apps aur Real ki pahchan Kaise Kare के बारे में पढ़ा । हमें उम्मीद है कि यह पोस्ट आपके लिए हेल्पफुल साबित होगी । धन्यवाद
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